देसी पूनम अपने अभयारण्य में आराम करती है, इस बात से अनजान कि एक घुसेड़ने वाला उसकी तंग, रसीली संपत्ति को तरस रहा है। उसका रसीला पिछवाड़ा इच्छा की वस्तु बन जाता है, जिससे एक कच्ची, अथक मुठभेड़ शुरू हो जाती है। गंदा मज़ाक उनकी मौलिक प्रवृत्ति को भड़काता है, जिससे बाथरूम जोश के केंद्र में बदल जाता है।