तेजस्वी किशोरी जैकलीन कामुक नृत्य करती है और लयबद्ध ढंग से अपने शरीर को हिलाती है। जैसे ही संगीत फीका पड़ता है, वह आत्म-आनंद में लिप्त हो जाती है, अपनी अंतरंग इच्छाओं की खोज करती है। कच्ची अंतरंगता में कैद उसका चरमोत्कर्ष उसे खर्च और संतुष्ट छोड़ देता है।